संगीत
हमारे जीवन में गीत-संगीत का बड़ा महत्व है। हमारे उत्सव, पर्व-त्योहार में ये शांति प्रदान करते हैं। ये कार्य की व्यस्तता से थके जीवन को नयी उमंग अैर स्फूर्ति देते हैं तथा हमारे हृृदय को पवित्र भावों से भरकर उसमें आनन्द और उत्साह के बीज बो देते हैं।
कुछ प्रमुख गीत-संगीत
नागपुरी लोक संगीतः- सदानी भाषा समूह में नागपुरी सबसे समृृद्ध है। नागपुरी साहित्य को समृृद्ध करने में इसके लोकगीतों के साथ-साथ शिष्ट गीतों का सर्वाधिक योगदान माना जाता है। सच कहा जाय तो इन गीतों के माध्यम से ही आज नागपुरी संगीत का अस्तित्व है, अन्यथा न जाने इसकी स्वरावलियाँ कब की विलीन हो जातीं।
संस्कार गीतः- जन्म से लेकर जीवन के अन्य संस्कारों के अवसरों के लिए नागपुरी भाषा में प्रचुर संख्या में गीत उपलब्ध है। कुछ उदाहरणः-
रिमि झीमि शीतला माता आवह होबयँ
रने बने बीजू बने रहलयँ लोंभाय।
बिहा गीतः- विवाह संस्कार के शुभ अवसर पर गाये जाने वाले नागपुरी गीतों के अनेक प्रकार हैं, जिनमें विवाह पूर्व से लेकर बारात बिदाई तक नेगवार गीत गाने का प्रचलन है। कुछ उदाहरणः-
कुसुमी से फूली गेल रने बने बीजू बने
सायो चढ़ी देखयँ कनेया कर नांच
कतई दल-वरियाते आवयँ
सूने मोर दामावे आवयँ।
नृत्य गीतः- मर्दाना झूमर- नृत्य गीतों में, जैसा कि उल्लेख किया गया है,जनानी और मर्दानी झूमर, लहसुवा, ठढ़िया आदि प्रमुख हैं। मर्दाना झूमर ओजपूर्ण शैली में पुरूषों द्वारा नृत्यरत होकर गाया जाता है। एक उदाहरण-
जय जय झारखण्ड गूँजे आसमान में
बन पर्वत नदी नालों सगरे जहान में
नवल विहान आवे समता के गीत गावे
भेद भावक रीत कहां आपन सीमान में