मारटेलो टावर
पाकुड़ जिला के मुख्यालय स्तिथ मारटेलो टावर स्वतंत्रता आंदोलन की कहानी कहता है। यहाँ अंग्रेज़ो ने संथाल आंदोलनकारियों पर निर्ममता से गोलिया चलाई थी जिसमे अनेक संथाल आंदोलनकारी मरे गए थे। इसी घंटना की स्मृति में इस टावर को बनाया गया है। अंग्रेज़ो ने इस संरचना में पनाह लिया था। मोरटेलो टावर संथालो के त्याग एवं बलिदान की कहानी कहता है। इस संरचना का निर्माण सन्न 1855 में किया गया है। इसकी उचाई 20 फ़ीट है। इस भवन से गोली चलने के लिए छिद्र बने है।