चंदन कियारी
बोकारो जिलान्तर्गत चदवाकेरारी प्रखण्ड में प्राचीन पुरातात्विक धरोहर बड़ी संख्या में पाये गये हैं। यहाँ यह अंकनीय है कि वर्ष 1872 -73 में इस क्षेत्र के पुरातात्विक अनुसंधान के क्रम में जे. जी बेगलर ने चंदनकियारी एवं इसकै आस-पास के कुछ स्थानों का भ्रमण किया था तथा इनका पुरस्तात्विक प्रतिवेदन कई खंडो में "ए टूर थूबेंगाल प्रोविन्सेस है के नाम से प्रकाशित है । हाल ही में इस स्थल के पुरातात्विक अन्वेषणा के दौरान निम्नाकित ऐतिहासिक स्थल प्रकाश में आये - ( क ) भैरब स्थान :… चंदनकियारी प्रखण्ड में भैरब स्थान एक प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में अत्यंत प्राचीन काल से ही बिख्यात है। चंदनकियारी प्रखंड मुख्यालय से 10 कि.मी. उतर-पूर्व में स्थित यह स्थान अपने अवशेष प्राकृतिक औषधीय गुणों युक्त जल कुंड के लिए देश भर में जाना जाता हैं। विशेषकर महाशिवरात्रि के अवसर पर |