भूमिज
भूमिज झारखण्ड की एक ऐसी जनजाति है जिसे जनजाति का हिन्दू संस्करण कहा जाता हैं । भूमिज शब्द का सरल अर्थ होता है भूमि से उत्पन्न अर्थात् “भूमि-पुत्र”। प्रारम्भ में कृषि को ही मुख्य पेषा बनाने के कारण ही शायद यह नामकरण हुआ हो। भूमिज मुण्डा की एक शाखा मानी जाती है।
डालटन ने इन्हें कोलेरियन समूह का माना है। रिजले इन्हें मुण्डा की एक शाखा मात्र मानते हैं, जो पूरब की ओर बढ़ गई और फैल गयी तथा हिन्दुओं के सम्पर्क में आने के बाद अपने मूल वंश से कोई सम्बन्ध नहीं रख पायी। धलभूम के भूमिज जहाँ इनका अच्छा संकेन्द्रण है, आज भी हिन्दी बोलते-समझते हैं तथा बांग्ला-उड़िया मिश्रित भाषा भी बोलते हैं। आज भी पश्चिम बंगाल में इनकी आबादी पायी जाती है। भाषा की दृष्टि से कोलेरियन (आस्ट्रिक भाषी) हैं।