कोरा
कोरा झारखण्ड की एक अनुसूचित जनजाति है। 1872 की पहली जनगणना में अठारह आदिम जनजातियों को सूचीबद्ध किया गया था, जिसमें कोरा नहीं ंथा। कोरा को जनजातीय सूची में 1931 की जनगणना में शामिल किया गया। झारखण्ड में कोरा मुख्यतः हजारीबाग, बोकारो, धनबाद, सिंहभूम एवं संथाल परगना के जिलों में पाये जाते हैं। राँची, लोहरदगा, मुमला-सिमडेगा तथा पलामू के जिलों में भी ये मिलते हैं। बिहार के मुंगैर, जमुई, कटिहार जिलों में भी कोरा पाये जाते हैं। इसके अतिरिक्त उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी कोरा मिलते हैं। कोरा शब्द की व्युत्पत्ति मुण्डारी शब्द कोड़ा से बतायी जाती है जिसका अर्थ होता है-मिट्टी कोड़ना-काटना और इनका परम्परागत पेशा मिट्टी कोड़ना ही रहा। रिजले ने कोरा को मुण्डा समूह की एक शाखा बतलाया है। रिजले ने इनकी उत्पत्ति के सम्बन्ध में कई रिपोर्टों का जिक्र किया हैं इनके लिए केयोरा, खेर या खरेया शब्दों का भी प्रयोग रिजले ने बताया है जिन्हें मिट्टी काटने एवं खेती करने वाले के रूप में द्रविड़ जाति का माना है।